हर आने वाले दिन के साथ गुज़रा हुआ दिन याद बन जाता है और वो यादें ही एक दिन इतिहास बन जाती हैं, चाहें वो दिल्ली जैसे शहर का हो या आपकी हमारी ज़िंदगी का। दिल्ली के साथ जुड़े इतिहास, पल-पल बदलते वर्तमान और कुछ निजी अनुभवों का बयाँ..... यानी दिल्ली के कल, आज और कल की कहानी है - नई पुरानी दिल्ली।
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